जमानियां (गाजीपुर)। इन दिनों प्रदेश के कई शहरों व जनपदों को डेंगू, मलेरिया व टायफाइड बुखार ने अपनी चपेट में ले लिया है। जिसके पहचान व ईलाज के लिए खून जांच काफी महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में ग्रामीण इलाकों के गरीबों के इलाज का एकमात्र सहारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होता है। लेकिन जब सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर खून जांच की सुविधा उपलब्ध ना हो तो यह प्रश्न काफी प्रासंगिक हो जाता है कि आखिर डेंगू, मलेरिया या टायफाइड बुखार से पीड़ित गरीब तबके के मरीज आखिर खून जांच के लिए जाए कहां ?
कुछ इसी तरह का हालात जमानियां स्टेशन क्षेत्र के बरुईन गांव स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बना हुआ है। यहां खून जांच के लिए लगा सीबीसी (कंप्लीट ब्लड काउंट) मशीन कई महीनों से खराब पड़ा हुआ है। जिसके कारण स्वास्थ्य केंद्र पर पहुँच रहे डेंगू, मलेरिया बुखार से पीड़ित मरीजों को खून जांच के लिए निजी पैथोलॉजी सेंटरों पर जाना पड़ रहा है। जहां गरीब मरीजों को एचबी, पीएलबी, प्लेटलेट्स, एचसीटी, आरबीसी सहित अन्य प्रकार के जांच के लिए 3 सौ से 1 हजार रुपये तक खर्च करना पड़ रहा है। लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरुईन के चिकित्सक व अधिकारी इसे लेकर बेपरवाह बने हुए हैं।
सीबीसी मशीन द्वारा 19 प्रकार का खून जांच होता है। ऐसे में सीएचसी पर लगा सीबीसी मशीन खराब होने से मरीजों की परेशानी और बढ़ गयी है। उन्हें निजी पैथालॉजी सेंटरों पर महंगे कीमत पर खून जांच कराना पड़ रहा है।
बता दें कि बीते दिनों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरुईन का निरीक्षण करने पहुंची एसडीएम डॉ हर्षिता तिवारी ने सीबीसी मशीन खराब होने की जानकारी पर अपनी नाराजगी जताई थी और जल्द से जल्द इसे ठीक कराने के लिए निर्देशित किया था, बावजूद इसके अभी तक सीबीसी मशीन नहीं बना। केंद्र पर केवल डेंगू किट की व्यवस्था है।
इस संबंध में स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा.रुद्रकांत सिंह ने बताया की सीबीसी मशीन खराब होने की जानकारी अधिकारियों को दे दी गई है।