जमानियां (गाजीपुर)। शासन के सख्त निर्देश के बाद भी विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी आईजीआरएस पर प्राप्त शिकयातों का फर्जी ढंग से निस्तारण करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
एक ऐसा ही मामला तहसील क्षेत्र के उधरनपुर गांव निवासी विजय नारायन राय के साथ हुआ है। तहसील के राजस्व निरीक्षक नसिमुल्ला ने विजय नारायन राय द्वारा आईजीआरएस पर की गई शिकायत के बाद स्थलीय निरीक्षण न करके फर्जी ढंग से दो गवाहों का नाम डालकर शिकायत का निस्तारण कर दिया।
शिकायतकर्ता विजय नारायन राय ने बीते 13 सितंबर को आईजीआरएस पर शिकायत किया कि आराजी संख्या 353 मौजा गोहदा विशनपुरा में गांव के कुछ दबंग लोगों द्वारा मंदिर निर्माण किया गया है तथा भूमि से अवैध कब्जा हटाने की मांग किया था। आरोप है कि राजस्व निरीक्षक नसीमुल्ला ने बीते अक्टूबर माह में आख्या लगाया है कि शिकायत के निस्तारण में स्थलीय व अभिलेखीय जांच किया गया जिसमें पाया गया कि उक्त आराजी में मंदिर निर्माण नहीं किया जा रहा है। आराजी के शेष रकबे पर आबादी बसी है।
राजस्व निरीक्षक ने कब्जा करने वालों के पक्ष में आख्या लगाया है। साथ ही स्पॉट मेमो में शिकायतकर्ता की अनुपस्थिति में दो गवाहों के फर्जी हस्ताक्षर व पुराने फ़ोटो लगाकर निस्तारण किया है। जबकि बीते 11 अगस्त को नायब तहसीलदार जितेंद कुमार की अध्यक्षता में राजस्व टीम ने कच्ची पैमाइश कर फील्ड बुक बनाया और मेरे आराजी में मंदिर निर्माण दिखाया है।
शिकायतकर्ता ने गवाहों के हलफनामा के साथ मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को पत्र भेजकर इसकी शिकायत कर संबंधित राजस्व निरीक्षक पर कारवाई की मांग की है। इस मामले में राजस्व निरीक्षक नसीमुल्ला ने बताया कि शिकायत का स्थलीय निरीक्षण कर दो गवाहों का नाम लिखा गया है, आरोप बेबुनियाद है।