जमानियां (गाजीपुर)। मऊ जनपद के छह पत्रकारों के ऊपर फर्जी तरीके से सहायक अध्यापिका रागिनी मिश्रा द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमें को लेकर पत्रकारों में काफी आक्रोश है।
इसी कड़ी में गुरुवार की दोपहर स्थानीय तहसील के पत्रकारों ने एसडीएम अभिषेक कुमार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और मांग किया कि पत्रकारों पर दर्ज फर्जी मुकदमा को जल्द से जल्द वापस लिया जाय। साथ ही सहायक अध्यापिका के खिलाफ कड़ी कारवाई की जाय। क्योंकि सहायक अध्यापिका रागिनी मिश्रा नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थित नहीं रहती है। बिना किसी विभागीय अनुमति के देश प्रदेश से बाहर भ्रमण करती है।
इसे लेकर जब वहां के पत्रकारों ने रागिनी मिश्रा के मनमाने रवैया और भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया तो उल्टे रागिनी मिश्रा ने छह पत्रकारों पर फर्जी तरीके से झूठा आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया। इतना ही नहीं, मऊ के बीएसए संतोष उपाध्याय ने रागिनी मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उसे क्लीन चिट दे दी। जिससे कहीं न कहीं बीएसए संतोष उपाध्याय और सहायक अध्यापिका रागिनी मिश्रा के भ्रष्टाचार में संलिप्तता सामने नजर आ रही है।
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों पर फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज कराना न केवल स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता पर हमला है, बल्कि भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने और उनके मनोबल को बढ़ावा देने का भी प्रतीक है। पत्रकारों के खिलाफ इस तरह का कृत्य पत्रकार वर्ग कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
उक्त मौके पर प्रभाकर सिंह, प्रमोद यादव, वीर बहादुर, अमरेंद्र सिंह, रतन श्रीवास्तव, चंद्र मौली पांडेय, प्रदीप शर्मा, आजाद शाह, अभिषेक श्रीवास्तव आदि पत्रकार रहे।