गाजीपुर – प्रदेश में जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर यह पर्व पारम्परिक रूप से धूम-धाम से मनाया जाता है। जन्माष्टमी के पावन पर्व पर गाय को भगवान श्री कृष्ण से जुड़ा होने के कारण गाय का पौणारिक महत्व भी है साथ ही हम सभी गाय को माता मानते है, इस लिए इस दिन गो-माता की भी विशेष पूजा अर्चना किये जाने की परम्परा है।
इस क्रम में गुरुवार को जनपद के 57 गो आश्रय स्थलों में जन्माष्टमी का पर्व गो-माता की पूजा अर्चना कर एवं उन्हें गुड़ और केला खिलाकर धूम-धाम से मनाया गया। गो आश्रय स्थल आर०टी०आई० सदर गाजीपुर में नगर पालिका परिषद गाजीपुर की अध्यक्षता श्रीमती सरिता अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी सन्तोष कुमार वैश्य की उपस्थिति में विधिवत मंत्रोच्चार के साथ गौ पूजा कर गायों को माला पहनाकर गुड़ व केला खिलाया और गायों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना किया ।
इसी प्रकार मुख्य विकास अधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण करायी जाय तथा लंपी डिजीज से पशुओं को बचाने के लिए समुचित चिकित्सा का प्रबंध किए जाने के निर्देश दिए। पशु के चारा-पानी की समुचित व्यवस्था की जाय।
मुख्य विकास अधिकारी ने गौ-आश्रय स्थल पर साफ सफाई नहीं मिलने एवं उनके गोबर व मल मूत्र का निकास हेतु व्यवस्था का नहीं होना को देख नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित नगर पालिका के अधिकारी को निर्देशित किया कि चारो तरफ टीन सेट की व्यवस्था एवं गोबर एवं विशेष पानी की निकासी हेतु नाली की व्यवस्था तत्काल की जाय। बताया गया कि बाहर में नाली की कोई व्यवस्था न होने पर समस्या आय दी होती रहती है उस पर मुख्य विकसा अधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 ने तत्काल आगणन बनाकर रोड के किनारे नाली बनायी जाय।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित एवं राजस्व अरूण कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी सदर प्रखर उत्तम, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा० शिवकुमार रावत, पशु चिकित्साधिकारी डा० रजनीश कुमार, जिला सूचना अधिकरी राकेश कुमार एवं नगर पालिका व पशुपालन विभाग कर्मचारी आदि उपस्थित रहे। वृहद गोसंरक्षण केन्द्र करीमुद्दीनपुर में उप जिलाधिकारी मुहम्मदाबाद श्री आशुतोष कुमार, कान्हा गोशाला जमानियाँ में उप जिलाधिकारी जमानियाँ श्रीमती हर्षिता तिवारी, नगर पालिका अध्यक्ष श्री जयप्रकाश गुप्ता, श्री पप्पू राय, समस्त सभासद जमानियॉ एवं जनपद के अन्य गोआश्रय स्थलो में खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान एवं ग्रामवासियों की मौजूदगी में गो-माता की पूजा की गयी, उन्हें फूल माला पहनाया गया तथा गुड़ एवं केला खिलाया गया।