जमानियां (गाजीपुर)। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाले देवउठनी एकादशी व्रत पर्व स्थानीय क्षेत्र के विभिन्न गंगा घाटों पर स्नानार्थियों की भारी भी उमड़ी रही।
इसे लेकर आज सुबह 4 बजे से ही स्टेशन बाजार के चक्काबांध व बड़ेसर गंगा घाट व कस्बा स्थित बलुआ घाट तथा हरपुर गंगा घाट पर सुबह से ही व्रती महिलाएं और स्नानार्थीयों का गंगा स्नान के लिए पहुंचने का सिलसिला दोपहर तक चलता रहा। जहां लोगों ने आस्था की डुबकी लगा कर गंगा घाट पर ही भगवान विष्णु की पूजा आराधना किया और सुख, सम्मृद्धि, उन्नति आदि की प्रार्थना की।
साल भर में पड़ने वाली चौबीस एकादशी में से आज की देवउठनी एकादशी का बहुत महत्व है, क्योंकि मान्यता है कि इसी दिन भगवान विष्णु जी चार महीने तक शयन के बाद जागते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भक्त व्रत करते हैं तथा भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और सुख, समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं।
चार महीनों तक भगवान विष्णु के सोने या कहें देव शयन के कारण सभी प्रकार के मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। माना जाता है कि यह एकादशी हिंदू संस्कृति में शुभ कार्य व वैवाहिक आयोजनों के शुरुआत का भी प्रतीक है। देव जागरण या उत्थान होने के कारण इसको देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है।