प्रदीप शर्मा
गाजीपुर। भारतीय जनता पार्टी गाजीपुर के जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने के लिए पार्टी नेताओं के बीच चल रही उठा पटक पर शुक्रवार को विराम लग गया। प्रदेश नेतृत्व ने संघ व भाजपा से जुड़े जनपद के भाला खुर्द गांव निवासी सुनील सिंह को जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिया। हालांकि इनके जिलाध्यक्ष बनने से कार्यकर्ताओं में उमंग व उल्लास है। उनका कहना है कि सुनील सिंह को जिलाध्यक्ष के रूप में पार्टी को संजीविनी मिली है।
वहीं दो बार से जिलाध्यक्ष की कमान संभाल चुके भानु प्रताप सिंह के कार्यकाल में लोकसभा, विधानसभा व नगर निकाय चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। विधानसभा चुनाव 2022 में गाजीपुर के सातों विधानसभा सीटों पर भाजपा को मुंह की खानी पड़ी। पार्टी नेताओं के बीच यह चर्चा है कि चुनावी हार व कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से उन्हें जिलाध्यक्ष की कुर्सी से उतरना पड़ा।
जनपद के भाला खुर्द गांव के रहने वाले सुनील सिंह पूर्व में प्रदेश कार्य समिति के सदस्य व संघ से जुड़े है। इन्होंने जनपद के तत्कालीन सांसद एवं रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के प्रतिनिधि के रूप में अपनी सेवा देकर पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के बीच अपनी बेहतर छवि बनाई तथा कार्यकर्ताओं के मान व सम्मान की लड़ाई भी लड़ी और उनका सम्मान भी किया।
पांच वर्ष तक प्रतिनिधि के रुप में कार्य कर एक कुशल प्रतिनिधि की भूमिका भी निभाई। इनके इस मेहनत का नतीजा यह रहा कि प्रदेश नेतृत्व ने इन्हें जनपद के पार्टी की बागडोर इनके हाथों में सौंप दी। नव नियुक्त भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि पार्टी ने जिस भरोसे से मुझे जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी है, मैं अपनी जिम्मेदारियों का सत्यनिष्ठा से निर्वहन करूँगा और जनपद में पार्टी को मजबूती प्रदान करूँगा।