नई दिल्ली। भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर ने नौ महीने के लंबे मिशन के बाद अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से सुरक्षित पृथ्वी पर वापसी की है। स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल में सवार होकर, उन्होंने फ्लोरिडा के तट के पास मेक्सिको की खाड़ी में भारतीय समयानुसार बुधवार तड़के 3:27 बजे स्प्लैशडाउन किया।
यह मिशन जून 2024 में शुरू हुआ था, जो मूल रूप से केवल आठ दिनों का होना था। हालांकि, बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी समस्याओं के कारण यह मिशन नौ महीने तक बढ़ गया। इस दौरान, सुनीता और बुच ने ISS पर विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधानों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
वापसी के बाद, सुनीता और बुच को स्ट्रेचर पर ले जाया गया, जो अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के बाद की सामान्य प्रक्रिया है, क्योंकि गुरुत्वाकर्षण के अभाव में मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। उन्हें ह्यूस्टन में जॉनसन स्पेस सेंटर ले जाया गया है, जहां वे कुछ दिनों तक स्वास्थ्य जांच और पुनर्वास प्रक्रियाओं से गुजरेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उनका साहस और समर्पण लाखों लोगों को प्रेरित करेगा। उन्होंने सुनीता को भारत आने का निमंत्रण भी दिया।
सुनीता विलियम्स की इस सफल वापसी ने अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक और मील का पत्थर स्थापित किया है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।