दिलदारनगर (गाजीपुर)। स्थानीय पुलिस के साथ बीते 14 दिसंबर की रात हुई मुठभेड़ में घायल कैमूर जनपद के दुर्गावती थाना के जेवरी गांव निवासी पशु तस्कर सुनील कुमार की शुक्रवार की रात वाराणसी के ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर ट्रामा सेंटर पहुंचे परिजनों को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर सौंप दिया।
पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान सुनील के पैर में गोली लगी थी। घायल अवस्था में उसे सीएचसी भदौरा पहुँचाया गया। जहां से जिला अस्पताल रेफर किया गया लेकिन रक्तस्राव बंद नहीं होने से वाराणसी ट्रामा सेंटर भेजा गया जहां उपचार के दौरान तीन बाद उसकी मौत हो गयी।मृतक सुनील के खिलाफ स्थानीय थाना, कोतवाली गाजीपुर, सैदपुर, चंदौली कोतवाली में गोवध का मुकदमा दर्ज है। सुनील की मौत से पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई है।
बता दें कि कैमूर जनपद के दुर्गावती थाना के जेवरी गांव निवासी सुनील कुमार को बुधवार को पिकअप में पांच मवेशी के साथ पकड़ा गया था।पूछताछ में अभियुक्त ने रक्साहां गांव स्थित कांशीराम आवास के पास एक कमरे में तीन मवेशी रखने की जानकारी दी। रात में अन्य मवेशी को बरामद करने के लिए पुलिस टीम उसे लेकर रक्साहां स्थित पुराने कांशीराम आवास के पास पहुंची जहां एक कमरे में तीन मवेशी बंधे मिले। तभी अभियुक्त सुनील बरामदगी के दौरान भागने के उद्देश्य से अपने द्वारा छिपाए गए अवैध असलहे को निकाल कर पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से असलहा दिखाते हुए बाहर बगीचे की तरफ भागने लगा। तब पुलिस टीम ने पकड़ने के लिए घेराबंदी की। इसपर अभियुक्त पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर करने लगा। तब पुलिस की जवाबी करवाई में अभियुक्त के पैर में गोली लग गई, जिसको इलाज हेतु सीएचसी भदौरा उपचार के लिए भर्ती कराया गया। हालत खराब होने पर उसे वाराणसी ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
गौरतलब हो कि बीते 14 दिसंबर की रात मुठभेड़ में घायल पशु तस्कर सुनील कुमार की शुक्रवार की रात वाराणसी के ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई। स्थानीय थाना में 13 दिसंबर को उप निरीक्षक सुनील कुमार यादव की ओर से पशु तस्कर सुनील कुमार सहित जौनपुर के चन्दवक थाना के तराय निवासी जमालु खाँ तथा दुर्गावती थाना के दहना गांव निवासी कृष्णा व डुमरी निवासी अफसार खां के खिलाफ गौवध का केस दर्ज कराया गया था।