एसडीएम न्यायालय में कार्य बहिष्कार को लेकर अधिवक्ता हुए आमने सामने, पहुंची पुलिस

जमानियां (गाजीपुर)। एसडीएम न्यायालय में कार्य बहिष्कार को लेकर शुक्रवार को अधिवक्ता आमने सामने हो गया। अधिवक्ताओं के बीच विवाद बढ़ता देख एसडीएम ने पुलिस को न्यायलय में बुला लिया। पुलिस ने समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। अधिवक्ताओं के बीच हुई तीखी नोंक झोंक की चर्चा तहसील में पूरे दिन होती रही।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गोरखनाथ सिंह व कुछ अधिवक्ताओं द्वारा बीते बुधवार को तहसील प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रस्ताव बना कर एसडीएम न्यायालय का बहिष्कार कर दिया गया था। शुक्रवार की सुबह एसडीएम डॉ हर्षिता तिवारी अपने न्यायालय में बैठकर मुकदमों की सुनवाई कर रहीं थीं। इसी दौरान बार संघ एसोसिएशन के अध्यक्ष अपने साथी अधिवक्ताओं के साथ एसडीएम न्यायालय में पहुँच गये और एसडीएम से कहा कि हमने कार्य बहिष्कार का प्रस्ताव दिया है इसलिए आप मुकदमों की सुनवाई ना करें।

इसी दौरान न्यायालय में मौजूद अधिवक्ता कमलकांत राय, पंकज तिवारी, वीरेंद्रनाथ सिंह, संजय सिंह सहित अन्य अधिवक्ताओं ने अध्यक्ष गोरखनाथ सिंह के प्रस्ताव पर सवाल खड़ा करते हुए जोरदार विरोध किया। इसे लेकर अधिवक्ताओं के बीच काफी तीखी बहस होने लगी। मौके की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने कोतवाली से पुलिसकर्मियों को बुला लिया। सूचना पर पहुँची पुलिस ने अधिवक्ताओं को समझा बुझा कर मामला शांत कराया।

अधिवक्ता पंकज तिवारी ने बताया कि बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गोरखनाथ सिंह व कुछ अधिवक्ताओं द्वारा बीते बुधवार को एसडीएम न्यायालय में कार्य बहिष्कार का जो प्रस्ताव पास किया गया था उसकी जानकारी हम लोगों को नहीं थी न ही किसी बैठक की कोई जानकारी थी। इसलिए न्यायलय में कार्य करने के लिए एसडीएम को पत्र दिया गया था। उक्त मामले में सोमवार को बैठक कर आगे की रणनीति तय होगी।

वहीं बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गोरखनाथ सिंह ने कहा कि प्रस्ताव के बाद भी एसडीएम न्यायलय चला। जो गलत है, जिसका विरोध किया गया। सोमवार को इसको लेकर बैठक किया जाएगा।

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