जमानियां (गाजीपुर)। स्थानीय कोतवाली परिसर में गुरुवार को एसडीएम डॉ. हर्षिता तिवारी ने ज्ञानवापी मामले में जिला न्यायालय वाराणसी के फैसले को लेकर क्षेत्र के गणमान्य लोगों के साथ आवश्यक बैठक की।
इस दौरान एसडीएम ने उपस्थित पंडित, पुजारी, मौलानाओं व क्षेत्र के गणमान्य लोगों से अपील किया कि ज्ञानवापी मामले में जिला न्यायालय वाराणसी के उक्त फैसले की खबर को लेकर किसी भी प्रकार का आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर न डालें। अच्छा नागरिक होने के नाते कोर्ट के फैसले का सम्मान करें और आपसी भाईचारा व सद्भाव से मिलजुल कर शांति व्यवस्था बनाने में अपनी भूमिका निभायें।
कोतवाल श्याम जी यादव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ज्ञानवापी के फैसले को लेकर गंगा जमुनी तहजीब की मिशाल पेश करें, सभी धर्मों का सम्मान करें। इसे लेकर किसी भी तरह की अफवाह ना फैलाएं। अगर कोई व्यक्ति भड़काऊ बयान या झूठी अफवाहें फैलाता है तो इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि बुद्धवार को वाराणसी जिला न्यायालय ने ज्ञानवापी परिसर के दक्षिण स्थित व्यास तहखाने में हिंदुओं को 30 साल बाद पूजा पाठ करने का अधिकार बहाल कर दिया है। जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश ने जिलाधिकारी को काशी विश्वनाथ ट्रस्ट द्वारा निर्धारित पुजारी से तहखाने में मूर्तियों की पूजा पाठ और राग भोग कराने का आदेश दिया है। इसके साथ ही 7 दिन के अंदर लगाये गए बैरिकेडिंग हटाने व अन्य जरूरी व्यवस्थायें करने का आदेश दिया है।
उक्त मौके पर उमराव यादव, रोहित शर्मा, अनिल यादव, सचिन वर्मा, शमसाद बेग, गोलू सिद्दीकी, राधेश्याम राम, नसीम खान, एजाज अहमद आदि लोग मौजूद रहे।