जमानियां (गाजीपुर)। स्थानीय स्टेशन बाजार क्षेत्र के डिगरी नहर पुलिया के पास एक मैरेज लॉन में आयोजित 24 कुंडीय राष्ट्र जागरण गायत्री महायज्ञ व प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के तीसरे दिन दीप यज्ञ का कार्यक्रम किया गया। आस पास के गांव से आये महिला पुरुष श्रद्धालुओं एवं बच्चों ने दीप यज्ञ में शामिल होकर अत्यंत आनंद की अनुभूति प्राप्त की। साथ ही दीप यज्ञ में उपस्थित लोगों ने दीपक की तरह समाज को ऊपर उठाने का संकल्प लिया।
भारतीय संस्कृति के गौरव के उत्थान हेतु भारतीय संस्कृति के ज्ञान पर परीक्षा आयोजित की गयी। जिसमें उत्तीर्ण हुए उत्कृष्ट विद्यार्थियों को मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया व राष्ट्र निर्माण में अपने जीवन को समर्पण करने वाले उन तमाम राष्ट्र शिक्षकों को जन जागरण साहित्य की पुस्तकों को भेंट देते हुए उनको अंग वस्त्र के साथ सम्मानित किया गया।
गायत्री महायज्ञ के तृतीय दिवस पर शांतिकुंज हरिद्वार से आये टोली नायक राम तपस्या यादव ने कहा कि भारत देश कुछ सीमाओं से घिरा हुआ भूखंड नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक तथा शांति का देश है। युग ऋषि, वेद मूर्ति, तपोनिष्ठ, युग व्यास गायत्री परिवार के संस्थापक पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने कहा है कि अधिकार और कर्तव्य के सम्यक ज्ञान से सत्कर्म की प्रेरणा प्राप्त होती है। हमारे संस्कारों की गौरवशाली परंपरा जो मानव को महामानव तथा नर को नारायण बनाने की क्षमता थी, आज लुप्त प्राय हो गयी है, गायत्री परिवार ने उसे पुनर्जीवत और जागृत करने का बीड़ा उठाया है।